Noida के सेक्टर 134 में रहने वाले 27 वर्षीय मल्टीनेशनल कंपनी कर्मचारी शुभम गौर को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। उसने अपने चार दोस्तों की मदद से अपने अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी और अपने माता-पिता से 50 लाख रुपये की फिरौती मांगने की योजना बनाई थी।
पुलिस के अनुसार, गौर जो मूल रूप से ग्वालियर का निवासी है, ने अपने खर्च पूरे करने में असमर्थ होने के कारण यह साजिश रची। गौर ने करीब तीन महीने पहले एमएनसी में नौकरी शुरू की थी।
Noida के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि गौर के गिरफ्तार किए गए दोस्तों की पहचान संदीप कुमार और अंकित सिंह के रूप में हुई है, जो हरियाणा के महेंद्रगढ़ के रहने वाले हैं। गौर एमटेक पास है, जबकि कुमार बेरोजगार है और सिंह सेना में है।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
मिश्रा ने बताया कि गौर ने अपने पड़ोसी दोस्त उद्दो और उसके अन्य दोस्तों के साथ मिलकर यह योजना बनाई थी ताकि वह अपने माता-पिता से फिरौती वसूल सके। गौर के माता-पिता मध्य प्रदेश के ग्वालियर में केबल व्यवसाय चलाते हैं और वे उसे शायद ही कभी पैसे देते थे। गौर का अपने माता-पिता के साथ अच्छे संबंध नहीं थे।
Noida: 10 सितंबर को, गौर अपने दोस्तों उद्दो, कुमार, सिंह और दीपक के साथ एक किराए की कार से नोएडा से निकला। इसके बाद सिंह ने अपने मोबाइल से गौर के माता-पिता को कॉल कर 50 लाख रुपये की फिरौती की मांग की। गौर के माता-पिता घबरा गए और उसी दिन एक्सप्रेसवे पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसके बाद गौर की तलाश के लिए एक टीम बनाई गई।