Jio-Financial ग्रुप की सब्सिडियरी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी ब्लैकरॉक ने म्यूचुअल फंड मार्केट में एक जॉइंट वेंचर के जरिए एंट्री की है। इस कदम से भारतीय निवेश बाजार में नई प्रतिस्पर्धा और बदलाव की उम्मीद की जा रही है।
SEBI से मिली मंजूरी
हाल ही में SEBI ने जियो फाइनेंशियल और ब्लैकरॉक को भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में प्रवेश की मंजूरी दी। इस साझेदारी से उम्मीद की जा रही है कि यह भारतीय निवेशकों के लिए सस्ते और टिकाऊ निवेश विकल्प लेकर आएगी। दोनों कंपनियों का लक्ष्य भारत को बचत प्रधान देश से निवेश प्रधान देश में बदलने का है।
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जॉइंट वेंचर की प्लानिंग
दोनों कंपनियां मिलकर करीब 30 करोड़ डॉलर का निवेश करेंगी, जिसमें से 15-15 करोड़ डॉलर का योगदान दोनों कंपनियां करेंगी। ब्लैकरॉक के इंटरनेशनल हेड रैचल लॉर्ड के मुताबिक, वे नए और इनोवेटिव प्रोडक्ट्स लॉन्च करेंगे, जो भारतीय निवेशकों के वित्तीय लक्ष्यों को तेजी से पूरा करने में मदद करेंगे।
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का सफर

Jio-Financial सर्विसेज अगस्त 2023 में स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुई थी। पहले यह रिलायंस इंडस्ट्रीज की सब्सिडियरी थी, लेकिन अब यह एक फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर के रूप में काम कर रही है। कंपनी के पास एनबीएफसी (NBFC) लाइसेंस है और इसे हाल ही में आरबीआई द्वारा कोर इनवेस्टमेंट कंपनी (CIC) में बदलने की मंजूरी भी मिली है।
निवेशकों के लिए फायदा
Jio-Financial: यह जॉइंट वेंचर भारतीय म्यूचुअल फंड मार्केट में निवेश की आदतों में बदलाव लाने के लिए पूरी तरह तैयार है। कम लागत और बेहतर रिटर्न वाली योजनाएं भारतीय निवेशकों को वित्तीय स्वतंत्रता की ओर ले जाएंगी।