Agra: ताजमहल पर कावड़ चढ़ाने की जिद पर अड़ी महिला, पुलिस ने रोका

Agra: ताजमहल पर एक अद्वितीय घटना तब हुई जब मीरा राठौर नामक एक महिला कावड़ चढ़ाने पहुंची। इस महिला को ताजमहल के पश्चिमी गेट वैरियर पर पुलिस फोर्स ने रोका। मीरा राठौर ने बताया कि बाबा भोलेनाथ ने उन्हें बुलाया है और वह ताजमहल पर गंगा जल चढ़ाना चाहती हैं। महिला ने अपनी जिद पर अड़ी रही और कहा कि वह कावड़ ताजमहल पर ही चढ़ाएंगी।

यह घटना उस समय घटित हुई जब ताजमहल पर आमतौर पर सैकड़ों पर्यटक आते हैं। महिला की जिद और पुलिस के बीच हुए इस विवाद ने ताजमहल के आसपास के लोगों का ध्यान खींचा। अधिकारियों ने तुरंत निर्देश दिए कि किसी भी कावड़ को ताजमहल के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा।

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Agra: मीरा राठौर, जो कि हिन्दू महासभा की जिलाध्यक्ष हैं, ने बताया कि उन्होंने बाबा भोलेनाथ से प्रार्थना की थी और उन्हें यह संकेत मिला कि उन्हें ताजमहल पर गंगा जल चढ़ाना है। इस आस्था और विश्वास के कारण उन्होंने यह कदम उठाया। उनका कहना था कि यह उनके धार्मिक अधिकार का हिस्सा है और उन्हें इसे पूरा करने से नहीं रोका जाना चाहिए।

पुलिस और अधिकारियों ने महिला को समझाने की कोशिश की कि ताजमहल एक ऐतिहासिक और संरक्षित स्मारक है और वहां पर इस प्रकार की धार्मिक गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जा सकती। उन्होंने मीरा राठौर को बताया कि यह स्थल केवल पर्यटकों के लिए खोला गया है और यहां पर किसी भी धार्मिक गतिविधि की इजाजत नहीं है।

Agra: महिला ने फिर भी अपनी जिद नहीं छोड़ी और घंटों तक पुलिस और अधिकारियों के साथ बहस करती रहीं। अंततः, पुलिस ने महिला को शांतिपूर्ण तरीके से वापस भेजने में सफल रही, लेकिन इस घटना ने ताजमहल पर एक अलग तरह की चर्चा को जन्म दिया।

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हिन्दू महासभा के अन्य सदस्यों ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह महिला के धार्मिक अधिकारों का उल्लंघन है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि धार्मिक स्वतंत्रता का सम्मान किया जाना चाहिए और इस प्रकार की घटनाओं को रोका नहीं जाना चाहिए। हालांकि, प्रशासन ने स्पष्ट किया कि ताजमहल एक राष्ट्रीय धरोहर है और यहां पर किसी भी प्रकार की धार्मिक गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जाएगी।

Agra: इस घटना ने एक बार फिर धार्मिक आस्था और ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण के बीच के संघर्ष को उजागर किया है। यह घटना दिखाती है कि किस प्रकार धार्मिक विश्वास और कानून-व्यवस्था के बीच सामंजस्य बनाना आवश्यक है।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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