Bareilly: पुलिस विभाग के अनुशासन पर बड़ा सवाल खड़ा हुआ है। पुलिस लाइन में फर्जी हाजिरी और अवैध रूप से छुट्टी लेने का मामला सामने आया है, जिससे हड़कंप मच गया है। एसएसपी अनुराग आर्य ने इस गंभीर मामले का संज्ञान लेते हुए पांच सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है। मामले की जांच एसपी (ट्रैफिक) अकमल खान को सौंपी गई है।
Bareilly: रिश्वत देकर हाजिरी लगाई, 56 दिनों तक गायब रहे सिपाही
जानकारी के मुताबिक, इज्जतनगर थाने में तैनात सिपाही रजत बालियान ने 2 अक्टूबर 2024 से 27 नवंबर 2024 तक छुट्टी ली थी। हालांकि, छुट्टी पर होने के बावजूद उसने 10,000 रुपये की रिश्वत देकर पुलिस लाइन के गणना कार्यालय में अपनी हाजिरी दर्ज करवाई। इस दौरान वह मेरठ और मुजफ्फरनगर में घूमता रहा।
बालियान की इस गैरहाजिरी को सही ठहराने में गणना कार्यालय के अन्य सिपाही रचित कुमार, सतेंद्र सिंह, अर्पित पंवार और पवन बंसल ने सहयोग किया। इन सिपाहियों ने अभिलेखों में फर्जी सूचनाएं दर्ज कीं और अनुपस्थिति को वैध बना दिया।
शुरुआती जांच में खुला राज
मामले की शुरुआती जांच एसपी सिटी मानुष पारीक ने की। जांच में पाया गया कि रजत बालियान ने न केवल छुट्टी का गलत फायदा उठाया, बल्कि कार्यालय के रिकॉर्ड को भी गलत तरीके से प्रभावित किया। मंगलवार रात, एसएसपी अनुराग आर्य ने मामले पर कार्रवाई करते हुए पुलिस लाइन के गणना ऑफिस के चार सिपाहियों समेत पांच सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया।
अनुशासनहीनता पर सख्त कार्रवाई
एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा, “यह मामला पुलिस विभाग में अनुशासनहीनता का गंभीर उदाहरण है। दोषी कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने बताया कि विभाग में अनुशासन भंग करने वाले कर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का भी सहारा लिया जाएगा।
क्या है आगे की योजना?
पुलिस विभाग ने इस मामले को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। फरार सिपाही और इस कृत्य में शामिल अन्य व्यक्तियों की भी तलाश जारी है। अधिकारियों का कहना है कि पुलिस विभाग में इस तरह की लापरवाही और भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।