Bulandshahr जिला अस्पताल बना आवारा कुत्तों का अड्डा, मरीजों को खतरा

Bulandshahr के बाबू बनारसीदास जिला अस्पताल में आवारा कुत्तों की बढ़ती उपस्थिति ने मरीजों की जान को खतरे में डाल दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा रहा है कि कुत्ते मरीजों के बेड पर और उनके नीचे आराम फरमा रहे हैं, जिससे अस्पताल में संक्रमण का जोखिम बढ़ गया है।

घटना का विवरण

बुलंदशहर के बाबू बनारसीदास जिला अस्पताल में हाल ही में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या ने चिंता की लहर दौड़ा दी है। वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि कुत्ते गम्भीर मरीजों के बेड के ऊपर और नीचे लेटकर आराम फरमा रहे हैं। यह दृश्य दर्शाता है कि अस्पताल में स्वच्छता और सुरक्षा मानकों का उल्लंघन हो रहा है।

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सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि कैसे आवारा कुत्ते अस्पताल के भीतर घुसकर मरीजों के बेड के ऊपर और नीचे आराम फरमा रहे हैं। इस वीडियो ने अस्पताल की हालत को उजागर किया है और लोगों में गहरी चिंता पैदा कर दी है।

आवारा कुत्तों से मरीजों पर खतरा

आवारा कुत्तों की उपस्थिति से मरीजों को गंभीर संक्रमण का खतरा है। कुत्तों से होने वाले कीटाणु और बैक्टीरिया मरीजों के कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र को नुकसान पहुँचा सकते हैं, जिससे उनकी जान को खतरा हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति मरीजों की सेहत के लिए बेहद हानिकारक है।

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अस्पताल प्रशासन की निष्क्रियता

इस समस्या के बावजूद, जिला अस्पताल के संबंधित अधिकारियों ने इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। अधिकारियों का कहना है कि वे इस समस्या को हल करने के लिए उपाय कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि अभी तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है। इससे मरीजों और उनके परिवारों में निराशा की लहर दौड़ गई है।

विशेषज्ञों की चेतावनी

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस स्थिति पर गंभीरता से ध्यान देने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि अस्पतालों में स्वच्छता बनाए रखना आवश्यक है ताकि मरीजों को संक्रमण से बचाया जा सके। इसके लिए आवारा कुत्तों को अस्पताल परिसर से दूर रखना और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

समाज की प्रतिक्रिया

इस घटना ने स्थानीय समाज में गहरी चिंता और नाराजगी पैदा कर दी है। लोग अस्पताल प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि वे तुरंत इस समस्या का समाधान करें। सामाजिक माध्यमों पर लोगों ने अस्पताल में स्वच्छता और सुरक्षा मानकों को बेहतर बनाने की मांग की है।

समाधान और सुझाव

इस समस्या के समाधान के लिए निम्नलिखित कदम उठाने की आवश्यकता है:

  • कुत्तों को अस्पताल से दूर रखना: आवारा कुत्तों को अस्पताल परिसर से हटाने के लिए कड़े नियम लागू किए जाएं।
  • स्वच्छता बढ़ाना: अस्पताल में नियमित साफ-सफाई और कीटाणुनाशक का प्रयोग सुनिश्चित किया जाए।
  • सुरक्षा उपाय: अस्पताल में कुत्तों के प्रवेश को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जाए।
  • जन जागरूकता: समाज में जागरूकता बढ़ाई जाए कि कुत्तों को अस्पताल में लाने से मरीजों को कैसे नुकसान हो सकता है।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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