Shamli में किसानों का उग्र प्रदर्शन, बिजली बिल में गड़बड़ी पर अधिकारियों को बंधक बनाकर धरना

Shamli जिले के कई गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों ने विद्युत विभाग के जिला कार्यालय पर जमकर धरना प्रदर्शन किया। किसानों और मजदूरों के लाखों रुपये के गलत बिजली बिल आने पर भारतीय किसान यूनियन (अराजनेतिक संगठन) के नेतृत्व में यह प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों को बंधक बनाकर 5 दिन में बिल ठीक करने की धमकी दी।

धरना और बंधक बनाने का घटनाक्रम

सैकड़ों ग्रामीणों ने विद्युत विभाग के जिला कार्यालय पर धरना देते हुए अधिकारियों को बंधक बना लिया। किसानों का आरोप है कि मीटर रीडरों और लाइनमैनों ने मिलकर गलत बिल जारी किए हैं, जिससे ग्रामीणों पर लाखों रुपये का भार पड़ा है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर 5 दिन में बिल ठीक नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

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Shamli: किसानों का आरोप

किसानों का कहना है कि विद्युत विभाग के जेई और लाइनमैनों ने मिलकर गांव वालों से वसूली करते हुए लाखों रुपये लिए हैं। किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि बिल ठीक करने के नाम पर अधिकारियों ने 40 से 60 हजार रुपये तक वसूले हैं। किवाना और कुरमाली के जेई पर जानबूझकर लाखों रुपये का बिल भेजने का आरोप लगाया गया है, ताकि वसूली की जा सके।

भाकियू का विरोध प्रदर्शन

भारतीय किसान यूनियन (अराजनेतिक संगठन) के पदाधिकारियों ने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ मिलकर गठवाला खाप चौधरी राजेंद्र मलिक बाबा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। उन्होंने एक दिवसीय धरना देते हुए अधिकारियों को बंधक बना लिया और चेतावनी दी कि यदि 5 दिन में बिल ठीक नहीं हुए तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि गांव में जाने वाले जेई और लाइनमैन की सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी खुद की होगी।

Shamli: विद्युत विभाग की प्रतिक्रिया

विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही बिलों की गड़बड़ी को ठीक किया जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों से शांत रहने और विभाग को समय देने की अपील की।

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Shamli: निष्कर्ष

Shamli में किसानों का यह उग्र प्रदर्शन बिजली बिलों में गड़बड़ी के कारण हुआ है। किसानों ने अधिकारियों को बंधक बनाकर 5 दिन में बिल ठीक करने की चेतावनी दी है। अगर समस्या का समाधान जल्द नहीं होता है, तो उग्र आंदोलन की संभावना है। इस घटना से यह स्पष्ट है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली बिल की गड़बड़ी एक गंभीर समस्या है, जिसे शीघ्रता से सुलझाने की आवश्यकता है।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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