Meerut: Mahakumbh 2025 से पहले उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाले 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेज गति से जारी है, और इसे समय पर पूरा करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की प्रगति का स्थलीय निरीक्षण किया और इसके बाद सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
निरीक्षण के दौरान, मंत्री नंदी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य महाकुंभ 2025 से पहले हर हाल में पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से उत्तर प्रदेश के 12 जनपदों को जोड़ा जाएगा, जो उन क्षेत्रों की लाइफलाइन साबित होगी। गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक इकाइयां भी स्थापित की जाएंगी, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
Meerut: मंत्री नंदी ने यह भी कहा कि अभी तक जो कार्य हुए हैं, वे संतोषजनक हैं और उनकी गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए और इसे तय समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए।
बैठक के दौरान मंत्री ने कार्य को और तेज करने का निर्देश दिया, ताकि एक्सप्रेसवे का उद्घाटन महाकुंभ 2025 से पहले किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से न केवल यातायात की सुविधा में सुधार होगा, बल्कि राज्य के औद्योगिक विकास को भी नई दिशा मिलेगी।
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जो प्रदेश के विभिन्न हिस्सों को आपस में जोड़कर आर्थिक और सामाजिक विकास को गति देगा।