Kanpur में गंगा नदी की सफाई और पर्यावरण संरक्षण प्रयास, अभियान, और उठाए गए कदम

Kanpur में गंगा नदी की सफाई के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण गंगा एक्शन प्लान है, जिसे 1986 में शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करना और उसकी जैव विविधता को संरक्षित करना है। इस योजना के तहत विभिन्न सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और अन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण किया गया है।

वर्तमान में चल रहे सफाई अभियान

वर्तमान में कानपुर में गंगा नदी की सफाई के लिए कई अभियान चल रहे हैं। इनमें प्रमुख रूप से नमामि गंगे योजना शामिल है, जिसे 2014 में शुरू किया गया था। इस योजना के तहत कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं:

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  1. सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट: कानपुर में नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए गए हैं और पुराने प्लांटों को अपग्रेड किया गया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि गंगा में जाने वाले सीवेज का पहले उचित ट्रीटमेंट हो।
  2. घाटों की सफाई: कानपुर के प्रमुख घाटों की नियमित सफाई की जा रही है। इसमें स्थानीय स्वच्छता कर्मियों के साथ-साथ स्वयंसेवी संगठनों का भी महत्वपूर्ण योगदान है।
  3. जनजागरूकता अभियान: गंगा की सफाई के महत्व को समझाने के लिए विभिन्न जनजागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। इनमें स्कूलों, कॉलेजों और स्थानीय समुदायों में कार्यशालाओं और सेमिनारों का आयोजन शामिल है।

पर्यावरण संरक्षण के लिए उठाए जा रहे कदम

गंगा नदी की सफाई के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए भी कानपुर में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं:

  1. वनीकरण: गंगा नदी के किनारों पर वनीकरण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य मिट्टी का कटाव रोकना और स्थानीय जैव विविधता को बढ़ावा देना है।
  2. प्लास्टिक पर प्रतिबंध: गंगा नदी के किनारे और घाटों पर प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है। यह कदम नदी को प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए उठाया गया है।
  3. औद्योगिक प्रदूषण नियंत्रण: कानपुर के औद्योगिक इकाइयों को सख्त पर्यावरणीय मानकों का पालन करने के लिए बाध्य किया गया है। इसमें एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) की स्थापना और नियमित निरीक्षण शामिल हैं।

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स्थानीय समुदाय और स्वयंसेवी संगठनों की भूमिका

गंगा नदी की सफाई और पर्यावरण संरक्षण के इन प्रयासों में स्थानीय समुदाय और स्वयंसेवी संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका है। कई गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) और स्थानीय समूह गंगा की सफाई और पर्यावरण संरक्षण के अभियानों में सक्रिय रूप से शामिल हैं। वे नियमित रूप से सफाई अभियान आयोजित करते हैं और लोगों को गंगा की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करते हैं।

निष्कर्ष

Kanpur में गंगा नदी की सफाई और पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं। सरकार, स्थानीय समुदाय और स्वयंसेवी संगठनों के संयुक्त प्रयासों से गंगा की स्थिति में सुधार हो रहा है। हालांकि, इस दिशा में अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। यदि इन प्रयासों को इसी प्रकार जारी रखा गया तो आने वाले वर्षों में गंगा नदी एक बार फिर स्वच्छ और निर्मल हो सकेगी।

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धर्मेंद्र वाजपेई : दैनिक भास्कर, शाह टाइम्स , लोकसत्य , पीसमेकर समेत देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र ,पत्रिकाओं में दायित्व निर्वहन के पश्चात वर्तमान मे विभिन्न प्रतिष्ठित इलेक्ट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में विगत 20 वर्षों से राजनैतिक, समसामयिक एवं अपराधिक खबरों पर स्वतंत्र विश्लेषक के रूप में सक्रिय हैं।
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