Inter-University Grappling Championship 2025: महात्मा ज्योतिबा फुले यूनिवर्सिटी, रोहिलखंड, बरेली (उत्तर प्रदेश) में 17 से 22 फरवरी 2025 तक इंटर-यूनिवर्सिटी ग्रेपलिंग चैंपियनशिप 2025 का आयोजन होगा। इस प्रतियोगिता में देशभर की 200 से अधिक यूनिवर्सिटियों के 800 खिलाड़ी विभिन्न भारवर्गों में भाग लेंगे।
सुनील चतुर्वेदी और दुर्गेश्वर को मिली बड़ी जिम्मेदारी
कानपुर के सुनील चतुर्वेदी और दुर्गेश्वर श्रीवास्तव को मुख्य निर्णायक (Chief Referee) के रूप में नियुक्त किया गया है। खास बात यह है कि सुनील चतुर्वेदी को पांचवीं बार इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका निभाने का मौका मिला है।
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ग्रेपलिंग: प्राचीन मल्ल युद्ध का आधुनिक रूप
ग्रेपलिंग खेल को प्राचीन महाभारत के मल्ल युद्ध का परिष्कृत रूप माना जाता है।
भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU) ने इसे 2018 से इंटर-यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में शामिल किया।
प्रतियोगिता में केवल UWW (United World Wrestling) से मान्यता प्राप्त भारतीय ग्रेपलिंग संघ ही तकनीकी सहयोग प्रदान करता है।
ग्रेपलिंग चैंपियनशिप में निष्पक्षता और पारदर्शिता होगी प्राथमिकता
मुख्य निर्णायक सुनील चतुर्वेदी ने कहा कि वह हर बार की तरह इस प्रतियोगिता में भी निष्पक्ष और पारदर्शी निर्णय देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध रहेंगे।
ग्रेपलिंग संघ के पदाधिकारियों ने दी शुभकामनाएं
कानपुर ग्रेपलिंग संघ और यूपी ग्रेपलिंग संघ ने सुनील चतुर्वेदी और दुर्गेश्वर श्रीवास्तव के चयन पर खुशी जताई और उन्हें शुभकामनाएं दीं। बधाई देने वालों में शामिल हैं:
डॉ. आलोक श्रीवास्तव (अध्यक्ष, ग्रेपलिंग कानपुर)
पवन सिंह चौहान (अध्यक्ष, यूपी ग्रेपलिंग संघ)
रविकांत मिश्रा (सचिव, यूपी ग्रेपलिंग संघ)
मुल्तान सिंह (अंतरराष्ट्रीय निर्णायक)
संजय पंवार
ग्रेपलिंग चैंपियनशिप 2025 को लेकर उत्साह
यह प्रतियोगिता न केवल देशभर के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर देगी, बल्कि ग्रेपलिंग खेल को भी और अधिक पहचान दिलाने में मदद करेगी।