Jaunpur में भारी संख्या में शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट का चक्कर लगाकर और पानी में भीगते हुए अतिरिक्त एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। बेसिक शिक्षा परिषद विभाग द्वारा जारी तीसरे दिन के डिजिटल उपस्थिति के आदेश का पूर्ण बहिष्कार किया जा रहा है।
डिजिटल उपस्थिति का बहिष्कार
जौनपुर में बेसिक शिक्षा परिषद विभाग द्वारा 8 जुलाई 2024 से डिजिटल उपस्थिति (डिजिटल अटेंडेंस) का आदेश जारी किया गया था। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अमित सिंह के नेतृत्व में जनपद के समस्त परिषद शिक्षकों ने इस आदेश का बहिष्कार करने का निर्णय लिया। अमित सिंह ने बताया कि यह आदेश तानाशाही फरमान के तहत जारी किया गया है और इसे पूरी मजबूती के साथ विरोध किया जा रहा है।
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Jaunpur: विरोध प्रदर्शन
शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करते हुए पठन-पाठन का कार्य जारी रखा। वे अपनी उपस्थिति पंजिका पर ही दर्ज कर रहे हैं और डिजिटल उपस्थिति का पूर्ण बहिष्कार कर रहे हैं। जिलाध्यक्ष अमित सिंह ने विभाग पर संदेह जताया कि पहले दिन की जो तीन प्रतिशत शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति दिखाई जा रही है, वह विभागीय छेड़छाड़ से भी संभव हो सकता है।
मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा
शिक्षकों ने अपनी मूलभूत समस्याओं के समाधान की मांग करते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। उनकी प्रमुख मांगों में 30 ईएल, हाफ सीएल, सप्ताह के दूसरे शनिवार को अवकाश, वेतन विसंगति, स्वास्थ्य बीमा, पुरानी पेंशन बहाली शामिल हैं। शिक्षकों का कहना है कि जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जाएगा, तब तक वे डिजिटल उपस्थिति का विरोध जारी रखेंगे।
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Jaunpur: जिला प्रशासन की प्रतिक्रिया
अतिरिक्त एसडीएम को ज्ञापन सौंपने के बाद जिला प्रशासन ने शिक्षकों की समस्याओं को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है। प्रशासन ने शिक्षकों से अपील की है कि वे अपनी मांगों को शांतिपूर्ण तरीके से रखें और बच्चों की शिक्षा में कोई बाधा न डालें।
Jaunpur: समाप्ति
जौनपुर में शिक्षकों का डिजिटल उपस्थिति के आदेश का बहिष्कार और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपना उनकी समस्याओं के प्रति जागरूकता और एकजुटता का प्रतीक है। यह विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक कि उनकी सभी मांगों का समाधान नहीं हो जाता।
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