Kanpur: माननीय उच्च न्यायालय और प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत, उत्तर प्रदेश के प्रमुख न्यायालयों और कचहरी परिसरों की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स (एसएसएफ) को सौंप दी गई है। कानपुर कचहरी परिसर में एसएसएफ की पहली टुकड़ी पहुंच चुकी है, और इस बदलाव के साथ सुरक्षा की व्यवस्था में एक नई दिशा और सुधार की उम्मीद की जा रही है।
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एसएसएफ की तैनाती की औपचारिक शुरुआत के अवसर पर कानपुर बार एसोसिएशन द्वारा एक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में डीसीपी पूर्वी, श्री श्रवण कुमार सिंह, और एसएसएफ के आला अधिकारी शामिल हुए। बार एसोसिएशन के सदस्य और अन्य प्रमुख व्यक्तित्व भी इस अवसर पर उपस्थित थे। इस मीटिंग में कानपुर कचहरी की सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
एसएसएफ के अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्थाओं को और अधिक मजबूत और प्रभावी बनाने के लिए अपने दृष्टिकोण और रणनीतियों को साझा किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि एसएसएफ का मुख्य उद्देश्य न्यायालय परिसर को आतंकवाद, वादी या आरोपी के हमले और किसी भी प्रकार की अनधिकृत गतिविधियों से सुरक्षित रखना है। इसके अलावा, सुरक्षा के मानकों को बनाए रखने के लिए कड़ी निगरानी और तकनीकी सुविधाओं का भी उपयोग किया जाएगा।
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सुरक्षा व्यवस्था में इस बदलाव से कानपुर कचहरी में न्यायिक कार्यप्रणाली और वकीलों की सुरक्षा में उल्लेखनीय सुधार की संभावना जताई जा रही है। बार एसोसिएशन के सदस्यों ने एसएसएफ की तैनाती का स्वागत किया और आशा व्यक्त की कि इससे सुरक्षा की स्थिति में सुधार होगा।
Kanpur: साथ ही, मीटिंग के दौरान न्यायालय परिसर में सुरक्षा बलों की तैनाती और उनके प्रशिक्षण को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया। एसएसएफ के अधिकारियों ने वादा किया कि वे अपने काम को पूरी निष्ठा और पेशेवर तरीके से निभाएंगे और किसी भी सुरक्षा खामी को तुरंत दूर करेंगे।
इस नए सुरक्षा प्रबंध के लागू होने से कानपुर के न्यायालय परिसर में एक नई सुरक्षा व्यवस्था की शुरुआत हो रही है, जो न्यायिक प्रणाली की सुरक्षा को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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