UP की राजधानी Lucknow से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक विवाहित महिला के साथ नाम और धर्म बदलकर दोस्ती करने, फिर बलात्कार करने और जबरन धार्मिक अनुष्ठान का पालन करवाने का मामला सामने आया है। इस मामले ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और पुलिस प्रशासन के लिए एक गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है।
पीड़ित महिला, जो 25 साल की है और अपने पति के साथ लखनऊ के आलमबाग क्षेत्र में रहती है, ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। महिला का कहना है कि वह एक प्राइवेट कंपनी में काम करती थी, जहां उसकी मुलाकात अकील नाम के व्यक्ति से हुई। अकील ने पहले अपना नाम अखिल यादव बताया और इस तरह से महिला के साथ दोस्ती बढ़ाई। धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत बढ़ी, और अकील ने महिला का भरोसा जीत लिया।
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महिला की शिकायत के अनुसार, एक दिन अकील ने उसे मिलने के लिए बुलाया और अपने घर ले गया। वहां पहुंचने पर, अकील के पिता ने महिला के साथ बलात्कार किया। इस घटना के बाद, अकील ने महिला को एक किराए के कमरे में ले जाकर उसे कैद कर लिया। वहां पर उसके दो अन्य दोस्तों, इरफान और इंतजार ने भी महिला के साथ बलात्कार किया। महिला का आरोप है कि जब उसने इस अत्याचार का विरोध किया, तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की और फिर उसे धमकाते हुए भगा दिया।
इस मामले में सबसे चिंताजनक बात यह है कि आरोपियों ने महिला पर जबरन रोजा रखने और प्रतिबंधित मांस खाने के लिए भी दबाव बनाया। यह घटना धार्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से बेहद संवेदनशील मानी जा रही है और पुलिस प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रही है।
Lucknow के ज्वाइंट कमिशनर क्राइम आकाश कुलहरि ने बताया कि महिला की शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं।
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यह घटना न केवल कानून व्यवस्था के लिए एक चुनौती है, बल्कि समाज में व्याप्त कुछ गंभीर समस्याओं की ओर भी इशारा करती है। इस मामले ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है और न्याय की मांग करते हुए महिला के समर्थन में आवाजें उठने लगी हैं।
इस घटना के बाद, महिला सुरक्षा और धार्मिक सहिष्णुता के मुद्दे पर एक बार फिर से बहस शुरू हो गई है। पुलिस और प्रशासन पर दबाव बढ़ रहा है कि वे इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करें और दोषियों को कड़ी सजा दिलाएं।