उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अतिक्रमण हटाओ अभियान को एक बार फिर तेज कर दिया गया है। लोकसभा चुनाव के दौरान इस अभियान पर रोक लगी थी, लेकिन अब अभियान को फिर से शुरू कर दिया गया है। कुकरैल की जमीन पर बसे अकबरनगर में एलडीए (लखनऊ विकास प्राधिकरण) का बुलडोजर गरजने लगा है, जिससे अवैध अतिक्रमण हटाने का काम जोरों पर है।
अभियान के तहत सबसे पहले कॉमर्शियल इमारतों को तोड़ा जा रहा है, ताकि गलियों तक बुलडोजर ले जाया जा सके। सोमवार सुबह सात बजे से ही अभियान शुरू कर दिया गया, जो आज भी जारी है। एलडीए के इस अभियान को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए कई एहतियाती कदम उठाए गए हैं।
सड़क और गलियों में पल-पल की निगरानी के लिए 35 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा, ड्रोन कैमरों की भी मदद ली जा रही है, जिससे अभियान के हर पहलू पर नजर रखी जा सके। एलडीए के अधिकारी और पुलिस बल मौके पर तैनात हैं, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को टाला जा सके।
स्थानीय निवासियों ने इस अभियान पर मिलेजुले प्रतिक्रिया दी है। कुछ लोग अतिक्रमण हटाने के इस कदम का समर्थन कर रहे हैं, क्योंकि इससे सड़कें और गलियां साफ-सुथरी हो जाएंगी और यातायात में सुधार होगा। वहीं, कुछ लोग इस अभियान से असंतुष्ट हैं, क्योंकि उनके अनुसार, यह उनके जीवनयापन को प्रभावित कर रहा है।
एलडीए के अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक कि सभी अवैध निर्माण हटा नहीं दिए जाते। उनका कहना है कि यह कदम लखनऊ शहर को साफ-सुथरा और व्यवस्थित बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।