Varanasi: नंद गोपाल नंदी का अनुप्रिया पटेल को जवाब, वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग टोल प्लाजा पर लगाए आरोप

Varanasi: केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी के बीच वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग (एसएच-05ए) पर स्थित टोल प्लाजा को लेकर विवाद छिड़ गया है। अनुप्रिया पटेल ने पत्र लिखकर टोल प्लाजा की वैधता पर सवाल उठाए थे और इसे नियमसंगत नहीं बताया था। इसके जवाब में नंद गोपाल नंदी ने तथ्यों के साथ बिंदुवार जवाब दिया और आरोपों को तथ्यहीन बताया।

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नंद गोपाल नंदी के जवाब के प्रमुख बिंदु

  1. टोल प्लाजा की वैधता: नंदी ने स्पष्ट किया कि वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर पूर्व में तीन स्थानों (फत्तेपुर, लोढ़ी, और मालोघाट) पर निर्धारित मानकों के अनुरूप टोल प्लाजा स्थापित हैं।
  2. राजस्व हानि की रोकथाम: निजी विकासकर्ता द्वारा शिकायत किए जाने पर कि फत्तेपुर टोल प्लाजा से शक्तिनगर जाने वाले वाहन नरायनपुर-जमुई के रास्ते चुनार होते हुए अहरौरा से पहले वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर चले जाते हैं और शक्तिनगर से वाराणसी आने वाले वाहन अहरौरा के बाद चकिया होते हुए चले जाते हैं, जिससे राजस्व की हानि होती है। इस लीकेज को रोकने के लिए अहरौरा में अतिरिक्त टोल बूथ कलेक्शन की अनुमति दी गई।
  3. टोल वसूली की शर्त: नंदी ने बताया कि अतिरिक्त टोल बूथ कलेक्शन के लिए शर्त थी कि फत्तेपुर या अहरौरा में से किसी एक टोल पर ही वाहन से टोल फीस वसूली की जाए। अहरौरा टोल प्लाजा पर केवल उन्हीं वाहनों से शुल्क वसूला जाता है, जो फत्तेपुर टोल प्लाजा पर टोल का भुगतान नहीं करते हुए वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग का उपयोग करते हैं।
  4. टोल व्यवस्था और दूरी: नंदी ने कहा कि टोल प्लाजा फत्तेपुर और अहरौरा में से एक ही स्थान पर टोल लेने की व्यवस्था है और एक से दूसरे टोल के बीच की दूरी स्थापित मानकों के अनुरूप है।
  5. फास्ट टैग सिस्टम: निजी विकासकर्ता को टोल बूथों पर फास्ट टैग सिस्टम लगाने के निर्देश दिए गए थे। अपेक्षित कार्यवाही न किए जाने के कारण, पुनः 14 जुलाई को उनके प्रतिनिधि को बुलाकर एक माह के अंदर सभी टोल बूथों पर फास्ट टैग सिस्टम लगाकर टोल वसूली सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
  6. कन्सेशन अनुबंध: वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग का निर्माण पीपीपी के आधार पर निजी विकासकर्ता द्वारा किया गया है। कन्सेशन अनुबंध के अनुसार मार्ग का 20 वर्ष का कन्सेशन पीरिएड 5 फरवरी 2013 से प्रारम्भ होकर 4 फरवरी 2033 तक है।

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Varanasi: विवाद का कारण और समाधान

अनुप्रिया पटेल ने आरोप लगाया था कि वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर टोल प्लाजा नियमसंगत नहीं है और वहां गलत वसूली हो रही है। नंदी ने अपने जवाब में स्पष्ट किया कि टोल प्लाजा की व्यवस्था मानकों के अनुरूप है और टोल वसूली के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

Varanasi: समापन

इस पत्राचार से स्पष्ट है कि दोनों नेताओं के बीच विचारों का मतभेद है। लेकिन नंदी ने तथ्यों के साथ अपने जवाब में आरोपों को खारिज किया है और टोल व्यवस्था को सही ठहराया है। अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं और इससे जुड़े विवाद का समाधान कैसे होता है।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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