Noida के हाई-राइज फ्लैट्स में धूप की कमी से बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर गंभीर प्रभाव

Noida के शास्त्री पार्क इलाके के हाई-राइज सोसायटी में धूप की कमी से बच्चों और बुजुर्गों की हड्डियों में कमजोरी आ रही है। इस वजह से प्रति दिन पीजीआई में लगभग 10 मरीज दाखिल हो रहे हैं, जिनकी हड्डियों में दर्द और कमजोरी की शिकायत हो रही है।

धूप की कमी से बच्चों में विटामिन D की कमी

Noida के 12 से 25 मंजिलों की ऊंची इमारतों में बने फ्लैट्स में रहने वाले बच्चों को पर्याप्त धूप नहीं मिल पाने से उनकी हड्डियों में विटामिन D की कमी हो रही है। चाइल्ड पीजीआई के ऑर्थोपेडिक डॉ. अंकुर अग्रवाल ने बताया कि रोजाना ओपीडी में कई बच्चों की हड्डियों में दर्द की शिकायतें दर्ज हो रही हैं। यह कमी बच्चों की ग्रोथ और हड्डियों की मजबूती पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है।

यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें

कोरोना काल में घर से न निकलने से बढ़ी समस्या

कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के चलते बच्चे और बुजुर्ग घर से निकलने में असमर्थ रहे, जिससे उनकी धूप से मिलने वाली विटामिन D की मात्रा में कमी आई। डॉ. टीकम सिंह ने बताया कि गर्भवती महिलाओं में भी विटामिन D की कमी के कारण बच्चों में हड्डियों की कमजोरी आ रही है। फ्लैट्स में रहने वाली महिलाएं बालकनी में कम समय बिताती हैं, जिससे बच्चों के विकास पर असर पड़ रहा है।

फोन उपयोग से बच्चों की हड्डियों में दर्द

फोन उपयोग से बच्चों की हड्डियों में दर्द
फोन उपयोग से बच्चों की हड्डियों में दर्द

बच्चों द्वारा एक ही पोजीशन में फोन उपयोग करने से उनकी बैक और पीठ में दर्द की समस्या बढ़ रही है। इससे उनकी हड्डियों की मजबूती पर भी असर पड़ रहा है। सर्वाइकल की प्रॉब्लम्स 20-25 साल की उम्र में होने लगी हैं, जबकि आमतौर पर यह समस्या 45 साल की उम्र के बाद होती है।

यहां हमारे ट्विटर से जुड़ें

डॉक्टरों के सुझाव: धूप, आहार और सावधानी

डॉक्टरों के सुझाव: धूप, आहार और सावधानी

डॉक्टरों ने बच्चों और गर्भवती महिलाओं को रोजाना कम से कम 5 से 30 मिनट तक धूप में बैठने की सलाह दी है। इसके अलावा, विटामिन D की कमी को पूरा करने के लिए गाय का दूध, दही, अंकुरित अनाज, और संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। साथ ही, सनस्क्रीन का उपयोग करना भी आवश्यक है ताकि बच्चों की त्वचा सुरक्षित रहे।

समाज में बढ़ती चिंताएं और जागरूकता की जरूरत

Noida की हाईराइज सोसायटी में धूप की कमी से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हुए समाज में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को चाहिए कि वे इस समस्या के समाधान के लिए कदम उठाएं, जैसे कि बालकनी में धूप पहुंचाने के उपाय, बच्चों को बाहर खेलने के लिए प्रोत्साहित करना, और हड्डियों की सेहत पर ध्यान देना।

निष्कर्ष

Noida की हाईराइज सोसायटी में धूप की कमी से बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर पड़ने वाले प्रभाव को गंभीरता से लेना आवश्यक है। विटामिन D की कमी और हड्डियों की कमजोरी को रोकने के लिए उचित उपायों की आवश्यकता है। समाज में जागरूकता फैलाकर और स्वास्थ्य विभाग की मदद से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।

और पढ़ें

Share This Article
मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
Exit mobile version