Noida में किडनी ट्रांसप्लांट मामले की जांच अब CMO कार्यालय तक पहुंच गई है। CMO की अध्यक्षता में बनी समिति ने किडनी ट्रांसप्लांट की अनुमति दी थी, जिसके दस्तावेज अब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जब्त किए हैं।
Noida: समिति की भूमिका
2018 के बाद से, CMO की अध्यक्षता में बनी समिति किडनी ट्रांसप्लांट की अनुमति देती है। इस समिति में CMO के साथ स्वास्थ्य विभाग, NGO और एक एडवोकेट शामिल होते हैं। समिति द्वारा 2022 से अब तक जितनी भी किडनी ट्रांसप्लांट की अनुमति दी गई थी, उन सभी दस्तावेजों की जांच की जाएगी।
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दिल्ली पुलिस की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने CMO कार्यालय से किडनी ट्रांसप्लांट से जुड़े दस्तावेज जब्त किए हैं। इसके अलावा, पुलिस ने महिला डॉक्टर और तीन बांग्लादेशियों सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
Noida: नोएडा में पहले के मामले
नोएडा के एक निजी अस्पताल में आरोपियों द्वारा 15 किडनी ट्रांसप्लांट की गई थी। जनवरी 2021 में, नोएडा थाना फेस 3 पुलिस ने इसी तरह के एक रैकेट का खुलासा किया था, जिसमें बांग्लादेशी अहमद शरीफ और बिहार निवासी वाजुल हक सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।
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Noida: फरार आरोपी
इस मामले में एक आरोपी मोहम्मद अहमद सगीर अभी तक फरार है। दिल्ली पुलिस के खुलासे के बाद अब फरार आरोपी की तलाश और दोनों गैंग के संबंधों की जांच तेज हो गई है।
समिति की जांच
Noida: CMO की अध्यक्षता में बनी समिति ने 2018 के बाद से जो भी किडनी ट्रांसप्लांट की अनुमति दी है, उन सभी दस्तावेजों की जांच की जाएगी। समिति में स्वास्थ्य विभाग, NGO और एक एडवोकेट के सदस्य होते हैं, जो मिलकर ट्रांसप्लांट की अनुमति देते हैं।
Noida: समाप्ति
नोएडा में किडनी ट्रांसप्लांट मामले की जांच के तहत दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा CMO कार्यालय से दस्तावेज जब्त किए गए हैं। अब 2022 से अब तक की सभी किडनी ट्रांसप्लांट की अनुमति की जांच होगी। पुलिस की इस कार्रवाई से मामले की गहराई और संगठित अपराध के संबंधों का खुलासा हो सकता है।
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