Saharanpur के थाना नागल के अंतर्गत एक नकली लूट की वारदात का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने कुछ घंटों के भीतर ही सारी डायमंड ज्वेलरी बरामद कर ली है। यह लूट की घटना डायमंड ज्वेलरी हड़पने की योजना थी, जिसे सत्यम शर्मा और उसके सहयोगियों ने अंजाम दिया।
घटना का विवरण
सत्यम शर्मा, जो मेरठ में डायमंड ज्वेलरी का काम करने वाले एक सराफ का कर्मचारी है, ने पुलिस को सूचना दी कि वह और उसका ड्राइवर तरुण सैनी अंबाला से सहारनपुर होते हुए मेरठ जा रहे थे। उनके पास डायमंड ज्वेलरी थी जिसे उनके मालिक ने अन्य सराफ को बेचने के लिए भेजा था। रास्ते में चार अज्ञात बदमाशों ने उनकी कार को रोककर लूट ली। सत्यम और तरुण को हल्की चोटें भी लगीं और कार के शीशे टूटे हुए थे।
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Saharanpur: पुलिस की जांच
पुलिस की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की। सत्यम और तरुण के बयानों में अंतर्विरोध पाए जाने पर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि उन्होंने ही यह घटना स्वयं रची थी। डायमंड ज्वेलरी वाला बैग सत्यम ने अपने साले हिमांशु उर्फ डिंपी के पास मेरठ में रखा था।
Saharanpur: बरामद सामान
पुलिस ने मेरठ में छापा मारकर तीनों को हिरासत में लिया और उनके पास से संपूर्ण सामान बरामद किया। बरामद की गई ज्वेलरी में शामिल हैं:
- 36 हार
- 20 ब्रेसलेट
- 52 अंगूठी
- 7 कंगन
- 32 पेंडेंट
- 153 अंगूठी
- 73 कान के टॉप
- 42 मंगलसूत्र
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शामिल अभियुक्त
घटना में निम्नलिखित लोग शामिल थे:
- सत्यम शर्मा (सराफ का कर्मचारी)
- तरुण सैनी (कार चालक)
- हिमांशु उर्फ डिंपी (सत्यम का साला)
- प्रिंस (पुत्र करण सिंह)
- कमरपाल (पुत्र गंगादास)
Saharanpur: पुलिस की कार्रवाई
Saharanpur पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नकली लूट की घटना को सुलझाया और शामिल सभी लोगों को हिरासत में लिया। वादी से तहरीर प्राप्त की जा रही है और इसके आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।
निष्कर्ष
Saharanpur पुलिस की तेज और प्रभावी कार्रवाई ने नकली लूट की योजना का पर्दाफाश कर दिया। यह घटना एक बार फिर से साबित करती है कि पुलिस की सर्तकता और त्वरित कार्रवाई से अपराधियों की साजिशों को नाकाम किया जा सकता है। अभियुक्तों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उन्हें कानून के अनुसार सजा दी जाएगी।
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