Varanasi में भ्रष्टाचार का एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां कलेक्ट्रेट परिसर में अवैध रूप से चलाए जा रहे एक ऑफिस से लोगों को ठगा जा रहा था। ठगी कांशीराम शहरी आवास योजना के नाम पर की जा रही थी, जिसमें लोगों को आवास दिलवाने का झांसा दिया जाता था।
रिटायर्ड बाबू निकला ठगी का मास्टरमाइंड
इस पूरे ठगी के खेल का सरगना कलेक्ट्रेट का एक रिटायर्ड बाबू है, जिसने डीएम दफ्तर के ठीक नीचे अवैध ऑफिस खोल रखा था। इस ऑफिस के जरिए लोगों से धोखाधड़ी की जा रही थी।
कार्रवाई में अवैध ऑफिस सील, मुकदमा दर्ज की तैयारी
खुलासे के बाद जिला प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अवैध ऑफिस पर ताला जड़ दिया है। इसके साथ ही, आरोपी रिटायर्ड कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।